Jal Jeevan Mission: (भोपाल)। राज्य शासन ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग खण्ड छिंदवाड़ा के प्रभारी कार्यपालन यंत्री मनोज बघेल को नियमों के विपरीत जाकर मनमानीपूर्ण तरीके से कार्य करने पर निलंबित कर दिया है। जल जीवन मिशन के कार्यों में गड़बड़ी के चलते उन पर यह गाज गिरी है।
उप सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि जल-जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission: ) के कार्यों की आमंत्रित निविदाओं में शासन के आदेशों के विपरीत निविदापूर्व अर्हता की शर्तों को रखा गया था। इस संबंध में की गई शिकायतों को सही पाया गया। प्रभारी कार्यपालन यंत्री को जारी किये गये कारण बताओ सूचना-पत्र का जवाब समय पर नहीं दिया गया।
जल जीवन मिशन:
राज्य सरकार ने मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के प्रभारी कार्यपालन यंत्री, मनोज बघेल को जल जीवन मिशन के कार्यों में नियमों के उल्लंघन के लिए निलंबित कर दिया है। उन्हें अनुशासनहीन काम करने का आरोप लगाया गया है।
निलंबित कार्यपालन यंत्री के कामों का समीक्षा:
उप सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि जल जीवन मिशन के कार्यों में उनके द्वारा की गई गलतियों की जांच की गई थी। उनकी कार्रवाई में नियमों का उल्लंघन किया गया था और वे अपने कार्यों को विफलता के साथ पूरा नहीं कर पाए।
निलंबित कार्यपालन यंत्री के उत्तरदायित्व:
उन्हें प्रमुख अभियंता के पद से निलंबित किया गया है और उन्हें जीवन-निर्वाह भत्ता प्राप्त करने की अधिकारिता रहेगी। निलंबन के दौरान, उन्हें जबलपुर परिक्षेत्र के मुख्यालय में रहने का आदेश दिया गया है।
निलंबितीकृत कार्यपालन यंत्री का प्रतिष्ठान:
राज्य सरकार ने कठिन कदम उठाकर स्वच्छ जल के मामलों को गंभीरता से लिया है और कानून के उल्लंघन करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।
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इस विकल्प लेख में, हमने महंगा पड़ा जल जीवन मिशन के नियमों के उल्लंघन की बात की है और कैसे राज्य सरकार ने उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। यह आर्टिकल आपको इस मुद्दे के बारे में जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ निलंबितीकृत अधिकारियों के प्रतिष्ठान को भी बताता है।